कहानी-- बीवी हो तो ऐसी
शोभा के आंखों में आंसू थे ।उसे यकीन नहीं हो रहा था कि सालों से चलने वाली प्रेम विवाह का यह अंजाम होगा।
आज सुबह-सुबह राहुल ने उसके हाथों में तलाक का कागज थमा दिया था ।
शोभा बहुत ही आहत हो गई अपने हाथों में तलाक का कागज लेकर उसे देखती रही , कभी हिलते हुए पर्दे को देखती जहां से किया राहुल अपने कमरे से निकल कर चला गया था ।
बाहर हवा जोरों की चल रही थी। पर्दों के साथसाथ हाथों पर पकड़े मिलाकर कागज में जोर-जोर से फड़फड़ा रहे थे ।
ऐसा लग रहा था कि यह कागज भी हवा में उड़ जाएगा ।
,,काश...ये कागज भी हवा के साथ उड़ जाते... और यह जो कुछ अभी घटा वह एक सपना होता तो कितना अच्छा होता..!,,
लेकिन हकीकत कुछ और थी राहुल साफ साफ कर दिया था क्या शादी अब नहीं चलेगी उ से तलाक चाहिए।
बहुत ही बुझे मन से उठ कर शोभा तलाक के कागजों को ड्रावर में रखकर अपने बिखरे बालों को समेट कर आईने के पास जाकर खड़ी हो गई और अपनी शक्ल देखने लगी क्या कमी है उसमें ।आखिर क्या गलती कर दी अचानक क्या हो गया कि 5 साल के बाद राहुल को तलाक लेने की जरूरत पड़ गई ।
मन में कई बाते आ जा रहीं थीं। मन पीछे भाग रहा था।
जब इंडियन एयरलाइंस से प्रोमोशन पाकर एयर इंडिया में शोभा की एयर होस्टेस की नौकरी हो गई थी और राहुल को विदेश के एक बड़ी कंपनी से बुलावा आया था ।
राहुल एक माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियर था और एक कंपनी के साथ बहुत ही बढ़िया काम किया था जिसके कारण विदेश से उसे बुलाया गया था।
शोभा और उसकी मुलाकात एयर इंडिया के इंटरनेशनल फ्लाइट में कई बार हुआ था।
दोनों के प्यार रंग भर रहे थे। जब दोनों के प्यार परवान चढ़े तो दोनों ने शादी करने का फैसला किया।
दोनों अंतर्जातीय थे । दोनों के परिवार वालों ने विरोध किया ।
शोभा एक संपन्न परिवार की बेटी थी और शहर में रहती थी लेकिन राहुल के पिता एक सामान्य शिक्षक थे और किसान भी।
बहुत ही गरीबी से उन्होंने राहुल को पढ़ाया था।तीन बेटियों की शादी और राहुल की पढ़ाई के लिए उन्होंने अपनी सारी खेतिहर जमीन गिरवी रख दिया था।
इसलिए उन्हें राहुल से बहुत उम्मीदें बंधीं थीं।
लेकिन दोनों के अत्यधिक दबाव के कारण उन्होंने मौन सहमति दे दी।
शादी कर दोनों विदेश चले गए ।5 साल तक तो सब ठीक चला ।
लेकिन अचानक राहुल को यह क्या हो गया ??
अपने प्रेम और व्यवहार से शोभा ने राहुल के परिवार वालों का दिल जीत लिया था लेकिन भी राहुल उसे क्यों ठुकरा दिया।
***
अब तक शोभा संभल चुकी थी।अपने मन को मार कर उसने तलाक के कागज में साइन कर दिया और ड्रावर में उसी तरह से डाल दिया।
अचानक फोन की घंटी बजने लगी।
राहुल ने गलती से अपना फोन घर पर ही भूल आया था ।
फोन राहुल के गांव से आया था।
राहुल की बड़ी बहन को उसके ससुराल वालों ने बहुत ही परेशान कर दिया था ।
दहेज की डिमांड से परेशान हो गए थे और अब उसे हमेशा के लिए मायके भेज दिया था ।
राहुल की बहन दीपिका ने रो रोकर फोन किया था और मदद मांग रही थी।
शोभा का एक दोस्त सुप्रीम कोर्ट में वकील था ।
शोभा ने अपने दोस्त को फोन किया ।
और उस से दीपिका की मदद करने को कहा ।
एंटी डावरी एक्ट के तहत दीपिका के ससुरालवालों को अच्छी तरह से सबक लगाया और सबको जेल भिजवाया।
राहुल के पिताजी भी कर्ज में डूबे हुए थे उन्हें भी शोभा ने अपने पैसे भेज कर उनके कर्ज को चुका दिया।
अपने सारे कर्ज खत्म कर शोभा अपने बैग पैक कर चुपचाप घर लॉक कर निकल गई।
कहां जाएगी किधर जाएगी उसे कुछ नहीं पता वह सब अपने सामान लेकर चलती जा रही थी ।
एक बार से मन किया कि वह एयरपोर्ट चली जाए और वहां से इंडिया आ जाए और अपने मम्मी पापा के पास चली जाए लेकिन अपने मम्मी पापा के पास वह किस मुंह से जाती ।
शोभा ने अपनी दोस्त को फोन किया वह भी एयर होस्टेस थी।
उससे कुछ दिन अपने साथ ठहरने और नौकरी के लिए पूछा।
शोभा की दोस्त सहर्ष तैयार हो गई।
जब राहुल का गुस्सा खत्म हुआ तो उसे अपना मोबाइल याद आया।
तब उसे याद आया कि उसने अपना मोबाइल तो घर पर ही भूल आया है।
घर पहुंचकर उसने देखा शोभा घर छोड़कर चली गई है।
मोबाइल और तलाक के कागज भी ड्रावर में थे।
मोबाइल में घर का नंबर देखकर उसने घर फोन किया।
तब उसे पता चला की शोभा ने उसके परिवार के लिए इतना किया है तो वह शर्म से गड़ गया और शोभा की खोज करने लगा।
शोभा ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर रखा था और अपना नंबर भी चेंज कर देना चाहती थी।
प्रेम का धोखा बहुत ही दुखदाई होता है।
पुलिस की मदद से वह ढूंढते ढूंढते राहुल शोभा
तक पहुंचा और बोला
,, मुझे माफ कर दो शोभा..मैं गलत था। पत्नी ,वो भी तुम जैसी सबको नहीं मिलती है।,,
राहुल की आँखों में आँसू देखकर शोभा ने उसे माफ कर दिया।
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सीमा✍️
Chetna swrnkar
22-Jul-2022 10:50 AM
Nice 👍
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Punam verma
21-Jul-2022 09:45 AM
Nice
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shweta soni
20-Jul-2022 07:35 PM
बहुत सुंदर रचना 👌
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